मौत आहिस्ता आकर ये बोली | अब चलो साथ ऐं मेरे भाई / maut aahista aakar ye boli | ab chalo saath ain mere bhai


मौत आहिस्ता आकर ये बोली,
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई,
हुक्म-ए-रब से तुम्हे लेने आई
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई

क्यों मुझे देख कर डर गया तू
हो के बेचैन गभरा गया तू
जिंदगी खत्म हो गई तुम्हारी
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई

मौत आहिस्ता आकर ये बोली,
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई,
हुक्म-ए-रब से तुम्हे लेने आई
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई

छूट जायेगा हर एक रिश्ता
साथ देगे ना भाई बहेना
तू बिछड़ जायेगा सबसे हाई
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई

साथ जाएगी न मालो दौलत
उनमे हो जाएगी तुजसे नफ़रत
साथ जाएगी नेकी बुराई
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई

जब के तेरा जनाजा उठेगा
बच्चे रोके कहेगे अये अल्लाह
बाप से हो गई अब जुदाई
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई

फैक दे तू ये सारे कपडे
सिर्फ दो गज़ कफ़न तू पहनले
सबसे मिलकर तू कर अलविदाई
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई

जाके मिटटी में सोना पड़ेगा
तकिया बिस्तर भाई मिटटी का होगा
कीड़े मांगेगे लाश तुम्हारी
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई

कितना दुःख होगा उस वक्क उस्मा
तू पड़ जायेगा सुनके ये आवाज़
मौत आकर ये तुजसे कहेगी
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई

मौत आहिस्ता आकर ये बोली,
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई,
हुक्म-ए-रब से तुम्हे लेने आई
अब चलो साथ ऐं मेरे भाई